राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) भारत में MBBS, BDS और अन्य मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश का एकमात्र गेटवे है। परीक्षा देने के बाद सभी उम्मीदवारों के मन में सबसे बड़ा सवाल होता है: “क्या मेरे नंबर MBBS सीट दिलाने के लिए काफी होंगे?” इसका जवाब कैटेगरी वाइज कटऑफ में छिपा होता है। NEET UG 2025 के कटऑफ जारी होना एक अहम घटना है, जो हर स्टूडेंट के करियर का रास्ता तय करती है। यह आर्टिकल आपको NEET 2025 कटऑफ से जुड़ी हर जानकारी विस्तार से देगा।
NEET UG कटऑफ क्या होता है?
NEET कटऑफ वह न्यूनतम अंक या पर्सेंटाइल है जिसे उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई करने और मेडिकल कॉलेजों में सीट आवंटित होने के लिए प्राप्त करना अनिवार्य होता है। यह कटऑफ हर वर्ग (कैटेगरी) के लिए अलग-अलग तय किया जाता है, जैसे:
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जनरल (UR)
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अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
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अनुसूचित जाति (SC)
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अनुसूचित जनजाति (ST)
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आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)
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दिव्यांगजन (PwD)
कटऑफ क्यों जरूरी है?
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काउंसलिंग के लिए पात्रता निर्धारित करता है।
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अलग-अलग कैटेगरी के उम्मीदवारों को समान अवसर प्रदान करता है।
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मेडिकल कॉलेजों में सीट आवंटन की प्रक्रिया का आधार बनता है।
NEET UG 2025: एक्सपेक्टेड कैटेगरी वाइज कटऑफ (अनुमानित)
ध्यान दें: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आधिकारिक NEET UG 2025 कटऑफ अभी जारी नहीं हुआ है। यह आमतौर पर रिजल्ट घोषणा के साथ या उसके तुरंत बाद जारी किया जाता है। हालांकि, पिछले वर्षों के ट्रेंड, परीक्षा की कठिनाई स्तर और उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर, हम 2025 के लिए अनुमानित कटऑफ प्रस्तुत कर रहे हैं:
NEET UG 2025: एक्सपेक्टेड कटऑफ पर्सेंटाइल और मार्क्स (MBBS के लिए)
कैटेगरी | एक्सपेक्टेड कटऑफ पर्सेंटाइल | एक्सपेक्टेड कटऑफ मार्क्स (720 में से) |
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जनरल (UR) | 50वीं पर्सेंटाइल | 720 में 135-145 |
जनरल-PwD | 45वीं पर्सेंटाइल | 720 में 120-130 |
OBC | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
OBC-PwD | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
SC | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
SC-PwD | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
ST | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
ST-PwD | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
EWS | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
EWS-PwD | 40वीं पर्सेंटाइल | 720 में 107-117 |
पिछले वर्षों के NEET UG कटऑफ ट्रेंड्स: समझें पैटर्न
NEET UG 2025 कटऑफ का अनुमान लगाने के लिए पिछले सालों के डेटा को देखना जरूरी है। यहां NEET 2024, 2023 और 2022 के कटऑफ मार्क्स (MBBS के लिए) दिए गए हैं:
NEET UG कटऑफ मार्क्स कम्पेरिजन (2022-2024)
कैटेगरी | NEET 2024 कटऑफ मार्क्स | NEET 2023 कटऑफ मार्क्स | NEET 2022 कटऑफ मार्क्स |
---|---|---|---|
जनरल (UR) | 138 | 137 | 117 |
जनरल-PwD | 137 | 137 | 105 |
OBC | 108 | 107 | 93 |
OBC-PwD | 107 | 107 | 93 |
SC | 108 | 107 | 93 |
SC-PwD | 107 | 107 | 93 |
ST | 108 | 107 | 93 |
ST-PwD | 107 | 107 | 93 |
EWS | 108 | 107 | 93 |
EWS-PwD | 107 | 107 | 93 |
ट्रेंड्स का विश्लेषण:
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2022 से 2024 तक जनरल कैटेगरी के कटऑफ मार्क्स में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो प्रतिस्पर्धा में बढ़ोतरी को दर्शाता है।
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OBC, SC, ST और EWS कैटेगरी के लिए कटऑफ मार्क्स भी स्थिर रूप से ऊपर बने हुए हैं।
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2025 में भी प्रतिस्पर्धा के उच्च स्तर को देखते हुए कटऑफ मार्क्स में मामूली वृद्धि या स्थिरता की संभावना है।
NEET कटऑफ कैसे कैलकुलेट होता है? मुख्य फैक्टर्स
NEET कटऑफ सिर्फ एक नंबर नहीं होता, बल्कि कई कारकों पर निर्भर करता है:
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परीक्षा की कठिनाई स्तर: अगर पेपर आसान होता है, तो औसत स्कोर बढ़ता है और कटऑफ भी ऊपर जाता है। कठिन पेपर में कटऑफ नीचे आ सकता है।
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उम्मीदवारों की संख्या: ज्यादा उम्मीदवारों का मतलब है ज्यादा प्रतिस्पर्धा, जिससे कटऑफ ऊपर जाने की संभावना बढ़ जाती है।
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टॉप स्कोर: सबसे ज्यादा अंक पाने वाले उम्मीदवारों के प्रदर्शन से भी कटऑफ प्रभावित होता है।
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उपलब्ध सीटों की संख्या: सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में MBBS/BDS सीटों की कुल संख्या।
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पर्सेंटाइल कैलकुलेशन: NTA निम्न सूत्र का उपयोग करता है:
(आपसे कम स्कोर वाले उम्मीदवारों की संख्या / कुल उम्मीदवारों की संख्या) * 100
यह पर्सेंटाइल रैंक तय करती है कि आप कटऑफ को क्लियर कर पाएंगे या नहीं।
कटऑफ क्लियर करने के बाद क्या? काउंसलिंग प्रक्रिया
NEET कटऑफ क्लियर करना सिर्फ पहला कदम है। असली प्रक्रिया तब शुरू होती है:
सेंट्रलाइज्ड काउंसलिंग (MCC / DGHS)
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रजिस्ट्रेशन: mcc.nic.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें।
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चॉइस फिलिंग: अपनी पसंद के कॉलेज और कोर्स को प्राथमिकता के क्रम में भरें। रिसर्च करके सावधानी से चुनें।
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सीट अलॉटमेंट: मेरिट लिस्ट, कैटेगरी, चॉइस और सीट उपलब्धता के आधार पर सीट आवंटित होगी।
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रिपोर्टिंग: अलॉटेड कॉलेज में जाकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाएं और फीस जमा करें।
स्टेट काउंसलिंग
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अलग-अलग राज्य अपनी काउंसलिंग आयोजित करते हैं (जैसे UP NEET, MP NEET, बिहार UGMAC आदि)।
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85% राज्य कोटा सीटों के लिए केवल राज्य के डोमिसाइल वाले उम्मीदवार ही एलिजिबल होते हैं।
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राज्य काउंसलिंग वेबसाइट्स पर नियमित अपडेट चेक करते रहें।
MBBS सीट पक्का करने के लिए जरूरी टिप्स
सिर्फ कटऑफ क्लियर करना काफी नहीं है, अच्छे कॉलेज में सीट पाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
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कटऑफ से ऊपर स्कोर करें: जनरल कैटेगरी में 600+ और रिजर्व कैटेगरी में 550+ अंक सरकारी कॉलेज की संभावना बढ़ाते हैं। जितने ज्यादा नंबर, उतनी बेहतर रैंक और कॉलेज चॉइस।
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काउंसलिंग की तैयारी शुरू कर दें: सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स (मार्कशीट, आईडी प्रूफ, कैटेगरी सर्टिफिकेट, पासपोर्ट साइज फोटो) पहले से तैयार रखें।
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कॉलेज और फीस रिसर्च: गहन रिसर्च करें। NIRF रैंकिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी, फीस स्ट्रक्चर और प्लेसमेंट रिकॉर्ड चेक करें।
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चॉइस फिलिंग स्ट्रैटेजी: बैलेंस्ड चॉइस लिस्ट बनाएं – कुछ ड्रीम कॉलेज, कुछ मध्यम और कुछ सेफ ऑप्शन्स। पूरी लिस्ट भरें।
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एक्सपर्ट गाइडेंस लें: अगर कन्फ्यूजन हो तो करियर काउंसलर या अनुभवी टीचर्स से सलाह लें।
निष्कर्ष: तैयारी और सूचना ही सफलता की कुंजी
NEET UG 2025 कैटेगरी वाइज कटऑफ MBBS में प्रवेश पाने के लिए न्यूनतम दहलीज है। जनरल उम्मीदवारों को 135-145 अंक और रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों को लगभग 107-117 अंकों का लक्ष्य रखना चाहिए। हालांकि, याद रखें कि कटऑफ हर साल बदलता है और अंतिम निर्णय NTA के आधिकारिक नोटिफिकेशन पर ही निर्भर करता है। सफलता पाने के लिए कठिन परिश्रम, स्मार्ट तैयारी और काउंसलिंग प्रक्रिया की स्पष्ट समझ जरूरी है। नियमित रूप से NTA की आधिकारिक वेबसाइट (ntaneet.nic.in) और MCC की वेबसाइट (mcc.nic.in) पर अपडेट चेक करते रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
Q1: NEET UG 2025 का कटऑफ कब जारी होगा?
Ans: आमतौर पर रिजल्ट घोषणा (जून 2025 के आसपास) के तुरंत बाद या उसके साथ ही NTA द्वारा कटऑफ जारी किया जाता है। आधिकारिक डेट तय होने पर NTA नोटिफाई करेगा।
Q2: क्या कटऑफ क्लियर करने के बाद MBBS सीट गारंटीड है?
Ans: कटऑफ क्लियर करने का मतलब सिर्फ काउंसलिंग के लिए पात्रता है। असली सीट आपकी रैंक, चॉइस फिलिंग, कैटेगरी और सीट उपलब्धता पर निर्भर करती है।
Q3: क्या अलग-अलग कॉलेजों के अलग कटऑफ होते हैं?
Ans: एनटीए द्वारा घोषित कटऑफ काउंसलिंग के लिए क्वालीफाइंग कटऑफ होता है। कॉलेज-विशिष्ट क्लोजिंग रैंक (सीट भरने के लिए आखिरी रैंक) काउंसलिंग के दौरान ही पता चलती है और यह कॉलेज की प्रतिष्ठा पर निर्भर करती है।
Q4: अगर मैं कटऑफ से 1-2 नंबर कम लाता हूँ, तो क्या कोई चांस है?
Ans: क्वालीफाइंग कटऑफ क्लियर करना अनिवार्य है। 1 नंबर कम होने पर काउंसलिंग में भाग लेने की पात्रता नहीं मिलेगी। हालाँकि, कटऑफ घोषित होने के बाद NTA कभी-कभी कटऑफ में संशोधन कर सकती है (बेहद दुर्लभ)।
Q5: क्या NEET कटऑफ ऑल इंडिया क्वोटा (AIQ) और स्टेट क्वोटा के लिए अलग होता है?
Ans: नहीं, क्वालीफाइंग कटऑफ (पर्सेंटाइल और न्यूनतम मार्क्स) दोनों ही कोटा के लिए समान होता है। हालांकि, स्टेट काउंसलिंग में राज्य के डोमिसाइल वाले उम्मीदवार ही भाग ले सकते हैं। कॉलेज की क्लोजिंग रैंक AIQ और स्टेट कोटा में अलग-अलग हो सकती है।
अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। NEET UG 2025 का आधिकारिक कटऑफ और संबंधित दिशा-निर्देश केवल राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) और मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा जारी किए जाएंगे। कृपया नियमित रूप से उनकी आधिकारिक वेबसाइटों (ntaneet.nic.in, mcc.nic.in) पर नवीनतम अपडेट के लिए विजिट करें।
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